शब्द नहीं हैं कहने को , मन कहता है रहने दो ।
कलम नहीं रूक पाती है , दर्द बयाँ कर आती है । ।
Sunday, July 1, 2007
Posted by Himanshu at 11:00 PM
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शब्द नहीं हैं कहने को , मन कहता है रहने दो ।
कलम नहीं रूक पाती है , दर्द बयाँ कर आती है । ।
Posted by Himanshu at 11:00 PM
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